वैश्वीकरण (Globalization) क्या है? । What is Globalization in Hindi?

Meaning – वैश्वीकरण, सार्वभौमिकता

वैश्वीकरण क्या है?

वैश्वीकरण – सरल शब्दों में, वैश्वीकरण का अर्थ आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को एकीकृत करना है। वैश्वीकरण व्यापार के लिए उदार नीतियों का परिणाम है।

वैश्वीकरण के कारण (Idea behind Globalization)

  • वैश्वीकरण के पीछे विचार यह था कि व्यापार और यात्रा के लिए कोई सीमा न हो।
  • व्यापार को बढ़ावा देने के लिए आयात शुल्क कम किया गया।
  • संचार और कनेक्टिविटी में सुधार करना।

वैश्वीकरण के लिए उठाए गए कदम।

  • आयात शुल्क में कटौती करना।
  • विदेशी निवेश को बढ़ावा देना।
  • आयात और निर्यात की जटिल प्रक्रिया को सरल बनाना।
  • अनावश्यक प्रतिबंधों को हटाना।

वैश्वीकरण के फायदे और नुकसान

वैश्वीकरण के फायदे (लाभ) (Benefits of Globalization)

  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा – वैश्वीकरण के कारण देशों के बीच व्यापार बहुत तेजी से बढ़ा है, 2000 में, निर्यात किए गए माल का वैश्विक व्यापार मूल्य $6.45 ट्रिलियन था, लेकिन 2019 के आंकड़ों के अनुसार, यह मूल्य $19 ट्रिलियन तक पहुंच गया है।
  • देशों के बीच तनाव में कमी – अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि के कारण, प्रत्येक देश आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है, आज देश एक-दूसरे पर अधिक निर्भर हैं, व्यापार संबंधों के कारण, प्रत्येक देश एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं, जिससे देशों के बीच तनाव कम हो गया है और देशों के बीच युद्ध की संभावना भी कम हो गई है।
  • निवेश में वृद्धि – वैश्वीकरण के कारण, एफडीआई में तेजी से वृद्धि हुई है। उदाहरण के लिए – 1991 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जीडीपी का 0.1% था, लेकिन नवीनतम आंकड़ों के अनुसार अब जीडीपी का 2% तक पहुंच गया है।

  • प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) क्या है?
    • उपभोक्ताओं को लाभ – आज प्रतिस्पर्धा के कारण वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में कमी आई है और उनकी गुणवत्ता में भी वृद्धि हुई है। यह भी वैश्वीकरण का परिणाम है।
    • पर्यटन में वृद्धि – उदाहरण के लिए – 2018 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में पर्यटन क्षेत्र ने $240 बिलियन डॉलर उत्पन्न किए जो कि भारत की जीडीपी का 9.2% है। पर्यटन क्षेत्र ने 42.673 मिलियन लोगों को रोजगार दिया, जो की भारत में कुल रोजगार का 8.1% है।
    • विविधीकरण ( Diversification ) – वैश्वीकरण निवेशकों के लिए एक वरदान था, अब निवेशक  दुनिया में कहीं भी निवेश कर सकते हैं, अपने निवेश में विविधता ला सकते हैं, जोखिम को कम कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
    • कम उत्पादन लागत – वैश्वीकरण के कारण, विकसित देशों की कई कंपनियों ने श्रम लागत कम होने के कारण विकसशील देशों में उत्पादन शुरू कर दिया, जिससे उत्पादन की लागत भी कम हो गई।

    वैश्वीकरण के नुकसान ( हानि ) ( Disadvantages of Globalization )

    • घरेलू नौकरियों में कमी – वैश्वीकरण के कारण कई घरेलू कंपनियां विदेशों में उत्पादन करती हैं जिससे घरेलू नौकरियां कम हो जाती है।
    • निर्भरता का दुरुपयोग – जो देश आर्थिक रूप से अधिक सक्षम है, वे भूराजनीति में अन्य देशों की निर्भरता का फायदा उठा रहे है।
    • वायरस के फैलने की संभावना बढ़ गई – वैश्वीकरण के कारण एक देश से दूसरे देश में यात्रा करना आसान हो गया है, जिससे वायरस के जल्दी फैलने की संभावना बढ़ गई है। उदाहरण के लिए – कोरोना वायरस
    • देशों के बीच बढ़ती असमानता – ऐसे देश जो नवाचार नहीं करते हैं वे अन्य देशों के लिए एक बाजार के रूप में कार्य करते हैं। इससे देशों के बीच असमानता बढ़ती है।

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