राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (भारत)
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक एक भारतीय राष्ट्रीय स्मारक है, जो दिल्ली में इंडिया गेट के पास स्थित है। यह भारतीय सेना के उन सैनिकों को समर्पित है जो स्वतंत्र भारत के सशस्त्र संघर्षों में शहीद हुए है।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री – श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 फरवरी, 2019 को किया गया था।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की दीवारों पर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित है। जिन्होंने 1947-48, 1962 (भारत-चीन युद्ध), 1965, 1971 (भारत-पाकिस्तान युद्ध), 1999 (कारगिल युद्ध) आदि के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक
स्थापित | जनवरी 2019 |
अनावरण | 25 फरवरी 2019 |
स्थान | नई दिल्ली, भारत |
द्वारा डिज़ाइन किया गया | योगेश चंद्रहासन, WeBe डिज़ाइन लैब, चेन्नई |
उद्घाटनकर्ता | नरेंद्र मोदी |
कुल लागत | 176 करोड़ |
क्षेत्रफल | 40 एकड़ |
यह स्मारक 40 एकड़ भूमि में फैला हुआ है और भारत सरकार द्वारा अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट के पास बनवाया गया था।
Homage Ceremony on the Occasion of 72nd #RepublicDay at National War Memorial on 26 January 2021. Wreath laid by Hon'ble Prime Minister of India Shri @narendramodi. Hon'ble Defence Minister Shri @rajnathsingh, #CDS and three service chiefs in attendance. @adgpi
— राष्ट्रीय समर स्मारक / NATIONAL WAR MEMORIAL (@salute2soldier) January 27, 2021
@HQ_IDS_India pic.twitter.com/yWGmofD6zV
वास्तुकला और डिजाइन
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के मुख्य वास्तुकार योगेश चंद्रहासन हैं जिन्होंने परियोजना को डिजाइन किया था।
स्मारक में चार चक्र हैं, जिसके बीच में एक विशाल स्तंभ और अमर सैनिक का प्रतिनिधित्व करने वाली शाश्वत लौ है।
- अमर चक्र – अमर चक्र, जिसका अर्थ है अमरता का चक्र। स्मारक की इस संरचना का नाम शाश्वत ज्वाला से पड़ा है, जो स्मारक के केंद्र में मुख्य ओबिलिस्क के नीचे लगातार जलती रहती है। लौ शहीद सैनिकों की आत्मा की अमरता का प्रतीक है।
- त्याग चक्र – त्याग चक्र, जिसका अर्थ है बलिदान का चक्र। यह पूरी तरह से ग्रेनाइट ईंटों से बना है और जिसपर शहीद सैनिकों के नाम के साथ रैंक विवरण सुनहरे अक्षरों में उकेरा गया है।
- वीरता चक्र – वीरता चक्र, जिसका अर्थ है वीरता का चक्र। वीरता चक्र भारतीय सेना की बहादुरी को दर्शाता है और छह अलग-अलग युद्ध कार्यों को प्रदर्शित करता है।
- रक्षक चक्र – रक्षक चक्र, जिसका अर्थ है सुरक्षा का चक्र, जो दर्शाता है कि कैसे एक सैनिक अपनी जान कुर्बान कर हमारी रक्षा करता है।
पुरानी रीति vs नई रीति
1972 के बाद से प्रत्येक गणतंत्र दिवस परेड में, प्रधान मंत्री, वायु सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और थल सेना प्रमुख अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
लेकिन 71वें गणतंत्र दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार अमर जवान ज्योति की जगह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के तहत नई अमर जवान ज्योति पर थल सेनाध्यक्ष, नौसेना प्रमुख, वायु सेना प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ एक नई रस्म की शुरुआत की।
लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1- राष्ट्रीय युद्ध स्मारक कहाँ स्थित है?
इंडिया गेट के पास, नई दिल्ली, इंडिया