बजरंग पूनिया कौन है?
बजरंग पूनिया एक भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान हैं जो 65 किलोग्राम कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करते हैं। पूनिया विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 3 पदक (Medals) जीतने वाले भारत के एकमात्र पहलवान हैं। वर्तमान में, पूनिया भारतीय रेलवे में एक राजपत्रित अधिकारी ओएसडी स्पोर्ट्स के रूप में कार्यरत हैं। बजरंग पुनिया ने 2020 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता।
बजरंग पूनिया का जीवन परिचय
पूरा नाम | बजरंग पूनिया |
जन्म | 26 फरवरी 1994 |
जन्म स्थान | खुदान, झज्जर, हरियाणा, भारत |
आयु/उम्र | 27 वर्ष ( जुलाई 2021 तक ) |
व्यवसाय | पहेलवान और रेलवे में राजपत्रित अधिकारी ओएसडी स्पोर्ट्स |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
कद (हाइट) | 1.66 मीटर या 166 सेंटीमीटर |
वजन | 65 किलो |
जीवनसाथी | संगीता फोगट (म. 2020) |
पुरस्कार | अर्जुन पुरस्कार (2015), पद्म श्री पुरस्कार (2019), राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2019) और फिक्की इंडिया स्पोर्ट्स अवार्ड 2020 |
खेल
देश | भारत |
खेल | कुश्ती |
श्रेणी | 65 किलोग्राम |
प्रतिस्पर्धा | फ्री स्टाइल कुश्ती |
कोच | एमज़ारियोस बेंटिनिडिस |
पदक ( Medals )
विश्व प्रतियोगिता
पदक | खेल | श्रेणी |
रजत पदक | 2018 बुडापेस्ट | 65 Kg |
कांस्य पदक | 2013 बुडापेस्ट | 60 Kg |
कांस्य पदक | 2019 नूर-सुल्तान | 65 Kg |
एशियाई खेल
स्वर्ण पदक | 2018 जकार्ता | 65 Kg |
रजत पदक | 2014 इनचान | 61 Kg |
कामनवेल्थ गेम्स
स्वर्ण पदक | 2018 गोल्ड कोस्ट | 65 kg |
रजत पदक | 2014 ग्लासगो | 61 kg |
एशियाई चैम्पियनशिप
कांस्य पदक | 2013 नई दिल्ली | 60 Kg |
रजत पदक | 2014 अस्ताना | 61 Kg |
स्वर्ण पदक | 2017 नई दिल्ली | 65 Kg |
कांस्य पदक | 2018 बिश्केक | 65 Kg |
स्वर्ण पदक | 2019 शीआन | 65 Kg |
रजत पदक | 2020 नई दिल्ली | 65 Kg |
रजत पदक | 2021 अल्माटी | 65 Kg |
विश्व U23 चैम्पियनशिप
रजत पदक | 2017 ब्याड गोस्ज़कज़ | 65 Kg |
कामनवेल्थ चैम्पियनशिप
स्वर्ण पदक | 2016 सिंगापुर | 65 Kg |
स्वर्ण पदक | 2017 ब्रेकपैन | 65 Kg |
एशियाई इंडोर और मार्शल आर्ट गेम्स
स्वर्ण पदक | 2017 अश्गाबात | 70 Kg |
2020 ओलंपिक
कांस्य पदक | 2020 ओलंपिक |
बजरंग पूनिया की जीवनी। | Bajrang Punia Biography in Hindi
बजरंग पूनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को हरियाणा राज्य के झज्जर जिले के खुदान गांव में हुआ था। उनके पिता एक पहलवान थे इसलिए उन्होंने पूनिया को कुश्ती में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। पूनिया ने सात साल की उम्र से ही कुश्ती लड़ना शुरू कर दिया था। उन्होंने कुश्ती अभ्यास के लिए अपने स्कूल को भी छोड़ना शुरू कर दिया था। उनका परिवार 2015 में सोनीपत चला गया, ताकि वे भारतीय खेल प्राधिकरण के एक क्षेत्रीय केंद्र में भाग ले सकें।
अवार्ड (Awards)
- अर्जुन पुरस्कार (2015)
- पद्म श्री पुरस्कार (2019)
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2019)
- फिक्की इंडिया स्पोर्ट्स अवार्ड (2020)
करियर
2013 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप
बजरंग ने हंगरी के बुडापेस्ट में पुरुषों के फ्रीस्टाइल 60 किग्रा कैटेगरी में एन्खसैखान नाम-ओचिर को 9-2 से हराकर कांस्य पदक जीता।
2014 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप
उन्होंने कजाकिस्तान के अस्ताना में पुरुषों के फ्रीस्टाइल 61 किग्रा कैटेगरी में रजत पदक जीता।
2018 कॉमनवेल्थ गेम्स
उन्होंने गोल्ड कोस्ट, ऑस्ट्रेलिया में पुरुषों की फ़्रीस्टाइल 65 किग्रा कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता।
2018 एशियाई खेल
2018 के एशियाई खेलों में, उन्होंने पुरुषों के 65 किलोग्राम कैटेगरी स्पर्धा के फाइनल में जापानी पहलवान तकतानी दाइची को 11-8 से हराया।
2018 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप
2019 में, उन्होंने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता इसके बाद उन्होंने 65kg कैटेगरी में विश्व में नंबर 1 स्थान प्राप्त किया।
2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप
उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में दूसरी बार कांस्य पदक जीता, जिसके साथ उन्होंने 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
2021 माटेओ पेलिकोन रैंकिंग सीरीज
उन्होंने 2021 में रोम, इटली में आयोजित 65 kg कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1- बजरंग पूनिया कौन हैं?
बजरंग पूनिया एक पहलवान हैं।
प्रश्न 2- बजरंग पूनिया का गांव का क्या नाम है?
खुदान गांव, हरियाणा के झज्जर जिले में।
प्रश्न 3- बजरंग पूनिया की पत्नी कौन है?
संगीता फोगट (पहेलवान)